विद्यालय परिचय
आयुध निर्माणी क्षेत्र में शिक्षा के इस पौधे का शुभरोपण सन् 1946 में बसन्त पंचमी के पावन अवसर पर श्रमिक कल्याण समिति के तत्वावधान में कर्मचारियों के बालकों की शिक्षा-दीक्षा हेतु प्राथमिक विद्यालय के रूप में किया गया, तत्पश्चात् निरन्तर पुष्पित-पल्लवित होते हुए इस संस्था ने सन् 1953 में हाईस्कूल स्तर की मान्यता प्राप्त की तथा सन् 1966 में कला एवं विज्ञान वर्गों में इण्टरमीडिएट स्तर की मान्यता प्राप्त की।
About School
आज विद्यालय में लगभग 2200 छात्र-छात्राएं 36 अनुभवी एवं योग्य शिक्षकों द्वारा शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। विद्यार्थियों की शिक्षण सुविधा के लिए अलग-अलग दो भवन हैं। कक्षा एक से पाँचवीं तक के छात्र प्राथमिक विद्यालय भवन में शिक्षा ग्रहण करते हैं तथा कक्षा छठी से बारहवीं तक के छात्र माध्यमिक विद्यालय भवन में अध्ययनरत हैं।
विद्यालय का इतिहास बड़ा गौरवशाली रहा है। विद्यालय के विकास में सन् 19६० ई0 से लेकर आज तक प्रबंध तंत्र में रहने वाले सभी महानुभावों ने विद्यालय की उन्नति के लिए विशेष प्रयास किए हैं जिनमें प्रथम प्रधानाचार्य श्री के० सी० दीवान जी का विशिष्ट योगदान रहा |
शिक्षा के इस मन्दिर में राष्ट्र के भावी कर्णधार निर्मित किए जाते हैं। आज के इस दूषित सामाजिक वातावरण में बच्चों के जीवन में सुसंस्कार डालना अति आवश्यक है और यह कार्य विद्यालय की प्रातःकालीन प्रार्थना सभा से प्रारम्भ होता है जो छात्रों के द्वारा बड़ी शालीनता एवं गम्भीरता से मधुर संगीत के साथ ईश्वर के गुणगान से प्रारम्भ होकर राष्ट्रीयगान पर समाप्त होता है। बच्चों के स्वास्थ्य को दृष्टि में रखते हुए प्रतिदिन सामूहिक पी0 टी0, स्काउट गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है।
किसी भी संस्था का उचित मूल्यांकन उसकी उत्तम शिक्षा के साथ.साथ उत्तम अनुशासन, पाठ्येत्तर क्रिया-कलापों तथा उन गतिविधियों से किया जाता है, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहयोग प्रदान करती है। अतः छात्रों के भविष्य को दृष्टिगत रख उन्हें आत्मनिर्भर तथा कार्यकुशल बनाने के लिए चार सदनों -अर्जुन, नेहरू, रमन एवं टैगोर सदन में बांटा गया है। इन सभी सदनों का संचालन सदनाध्यक्षों एवं सह-सदनाध्यक्षों द्वारा बड़ी कुशलता से किया जाता है। प्रत्येक सदन के CAPTAIN, VICE-CAPTAIN & PREFECT अपने-अपने सदन के अनुशासन तथा नियमबद्धता के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। पूरे सत्र विभिन्न अन्तर्सदनीय प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है, जिनमें मुख्यतया गायन, क्रीड़ा, कला, विज्ञान प्रदर्शनी, अंताक्षरी, विविध वेशभूषा आदि सम्मिलित हैं।
Infrastructure
OFIC Muradnagar में कक्षा 6वीं से 12वीं तक की शिक्षा प्रदान की जाती है।
वर्तमान में छात्रों की संख्या लगभग 2200 है | विद्यालय में शिक्षा का माध्यम हिंदी एवं अँग्रेजी है।
विद्यालया में शैक्षणिक सत्र अप्रैल से मार्च तक रहता है।
विद्यालय के सभी कक्ष सीसीटीवी युक्त है । इसमें शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए 25 कक्ष हैं। सभी कक्षाओं की स्थिति ठीक है और विद्यार्थियों के लिए फर्नीचर एवं पंखों का समुचित प्रबन्ध है । इसमें गैर-शैक्षणिक गतिविधियों के लिए अन्य कमरे हैं। विद्यालय में प्रधानाध्यापक एवं शिक्षिकाओं के लिए अलग कमरें है। विद्यालय में विद्युत एवं जेनरेटर की समुचित व्यवस्था है। विद्यालय में पेयजल का स्रोत RO है । विद्यालय में शौचालय का समुचित प्रबन्ध है । विद्यालय प्रांगण में ही खेलकूद का प्रबंध है । विद्यालय में एक पुस्तकालय है | इस पुस्तकालय में 1000 से भी अधिक पुस्तकें हैं। दिव्याङ्ग बच्चों के लिए कक्षाओं तक पहुंचने के लिए विद्यालय में रैंप की व्यवस्था है। विद्यालय में शिक्षण और सीखने के उद्देश्य से 15 कंप्यूटर हैं और सभी काम कर रहे हैं। विद्यालय में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था रहती है।
विद्यालय में एक पुस्तकालय है | इस पुस्तकालय में 5000 से भी अधिक पुस्तकें हैं। दिव्याङ्ग बच्चों के लिए कक्षाओं तक पहुंचने के लिए विद्यालय में रैंप की व्यवस्था है। विद्यालय में शिक्षण और सीखने के उद्देश्य से 05 कंप्यूटर हैं और सभी काम कर रहे हैं। विद्यालय में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था रहती है।विद्यालय में प्रधानाध्यापक कार्यालया एवं लिपिक कार्यालय भी हैं |
समय समय पर सम्पूर्ण विद्यालय का आधुनिकीकरण किया जाता रहा है | समस्त विद्यालय स्टाफ एवं छात्रराजकीय आयुध निर्माणी इंटर कॉलेज, मुरादनगर को शिखर पर पहुचानें में निरन्तर प्रयासरत हैं |